केंद्र की कृषि क्षेत्र संबंधी नीतियों के विरोध में किसानों ने राष्ट्रीय राजधानी के रामलीला मैदान में बृहस्पतिवार को ‘किसान मजदूर महापंचायत’ का आयोजन किया, जिसके मद्देनजर मध्य दिल्ली और सराय काले खां में यातयात का बुरा हाल रहा।
केंद्र की कृषि क्षेत्र संबंधी नीतियों के विरोध में किसानों ने राष्ट्रीय राजधानी के रामलीला मैदान में बृहस्पतिवार को ‘किसान मजदूर महापंचायत’ का आयोजन किया, जिसके मद्देनजर मध्य दिल्ली और सराय काले खां में यातयात का बुरा हाल रहा।
साथ ही योगी कैबिनेट ने प्रदेश में हाइड्रोजन नीति को भी मंजूरी दे दी है। सरकार के इस फैसले से प्रदेश के विभिन्न शहरों में ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन, हाइड्रोजन बस सहित अन्य वाहन चलाने की योजना साकार हो सकेगी।
न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने, आंदोलन के दौरान किसानों के खिलाफ दर्ज किये गये पुलिस मामले वापस लेने सहित अन्य मांगों को लेकर किसान पंजाब और हरियाणा की खनौरी तथा शंभू सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
गौरतलब हो कि दिल्ली की ओर मार्च रोके जाने के बाद हजारों किसान दिल्ली से लगभग 200 किलोमीटर दूर अंबाला के पास पंजाब-हरियाणा सीमा पर डेरा डाले हुए हैं।
अर्जुन मुंडा ने किसानों के दिल्ली कूच को लेकर आगे बात करते हुए कहा कि “मैं कहना चाहूंगा कि किसानों के साथ कई दौर की बातचीत हुई। कुछ मुद्दों की सहमति के लिए दोनों पक्षों को और मेहनत करनी होगी। उन्होंने आगे कहा कि भारत सरकार किसानों के हित में काम करने के लिए प्रतिबद्ध है और वह ऐसा ही कर रही है।”
गौरतलब हो कि प्रदर्शनकारी किसान अभी पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर डटे हुए हैं। एमएसपी की कानूनी गारंटी, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करना समेत कई मागों को पूरा करने के लिए किसान सरकार से अपील कर रहे हैं।
अर्पित जैन ने दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जिले में अब शांति है, हम कोशिश कर रहे हैं कि आगे भी जिले में शांति बनी रहे और कोई कानून-व्यवस्था न बिगड़े।
किसानों के प्रदर्शन के मद्देनजर मध्य दिल्ली में भारी सुरक्षा बंदोबस्त किए गए हैं, जिसमें दंगा-रोधी उपकरणों के साथ कर्मियों को रणनीतिक रूप से तैनात किया गया है और कई प्रमुख सड़कों तक आवाजाही को नियंत्रित रखने के लिए धातु और कांक्रीट के अवरोधक लगाए गए हैं
किसानों के ‘दिल्ली चलो’ विरोध मार्च में शामिल युवाओं के एक समूह ने मंगलवार को अंबाला में शंभू बॉर्डर पर लगाए गए बैरिकेड को तोड़ने की कोशिश की, जिसके बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े।
पंजाब के किसान दिल्ली जाने के लिए सिंघु बॉर्डर, डबवाली, और संगरूर के निकट खनौरी बॉर्डर से हरियाणा में एंट्री करेंगे जिसको देखते हुए सिंघु बॉर्डर पर सीमेंट की बैरिकेडिंग और कंटीली तारें बिछाई गई हैं। इससे पहले हरियाणा पुलिस हाई अलर्ट पर है। हरियाणा के सात जिलों में इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है।