Mother’s Day 2022: जानें क्यों मनाया जाता है Mother’s Day और इसका महत्व

आज देशभर में मदर्स डे मनाया जा रहा है। यह दिन माताओं और मातृत्व के सम्मान के लिए मनाया जाता है। यह समाज में मातृ बंधन और माताओं के प्रभाव का प्रतिनिधित्व करता है।

मां प्रकृति का सबसे अच्छा उपहार है। यह उन विरासतों, समाज के पहलुओं और उन चुनौतियों के बारे में सोचने का समय है, जिनका सामना माँ रोज करती है।

मां, जीवन भर एक रक्षक होने के नाते अपने बच्चों से बिना शर्त प्यार करती है। सबसे अच्छी दोस्त और हर परिस्थिति में वह एक शिक्षक की तरह अलग-अलग भूमिका निभाती है।

भारत में, मदर्स डे हर साल मई के दूसरे रविवार को मनाया जाता है। दुनिया में सबसे पहली बार मदर्स डे 1908 में अन्ना जार्विस नाम की महिला ने मनाया था। उन्होंने वेस्ट वर्जीनिया के ग्राफ्टन में सेंट एंड्रयूज मेथोडिस्ट चर्च में अपनी मां के लिए स्मारक रखा था।

उन्होंने साल 1905 में यूएस में मदर्स डे को छुट्टी के रूप में मान्यता देने के लिए अभियान भी शुरू किया था। जब उनकी मां की मौत हो गई थी। उस वक्त इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया गया था। लेकिन, साल 1911 में अमेरिका ने मदर्स डे को छुट्टी के रूप में मनाना शुरू कर दिया। लेकिन, 1941 में बुडरो विल्सन ने माताओं को सम्मानित करते हुए मई महीने के दूसरे रविवार को राष्ट्रीय अवकाश के रूप में घोषणा की।

इसलिए, मातृत्व को सलाम करने के लिए, समाज में माताओं के प्रभाव को बढ़ाने के लिए, बच्चों को मातृत्व बंधन बढ़ाने आदि के लिए मातृ दिवस मनाया जाता है।