हिमाचल प्रदेशः विक्रमादित्य सिंह ने फेसबुक प्रोफाइल से हटाया मंत्री पद और पार्टी का नाम, लिखा ‘हिमाचल का सेवक’

गौरतलब हो कि हिमाचल की एकमात्र राज्यसभा सीट पर हुई वोटिंग में कांग्रेस के 6 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की थी जिसके बाद भाजपा के प्रत्याशी हर्ष महाजन ने कांग्रेस के उमीदवार अभिषेक मनु सिंघवी को हराकर यह सीट जीत ली थी।

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CM सुक्खू ने कांग्रेस के बागी विधायकों को ‘काले सांप’ कहा

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को कहा कि पार्टी के छह “काले सांपों” ने अपना सम्मान बेच दिया और गरीबों के लिए कल्याणकारी योजनाओं वाले बजट पर मतदान से अनुपस्थित रहकर सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की।

उन्होंने सोलन जिले के कसौली विधानसभा क्षेत्र के धर्मपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “जो लोग पैसों की खातिर अपना सम्मान बेच दें, वे अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों की सेवा कैसे कर सकते हैं।”

उन्होंने कहा कि राजनीतिक जीवन में जो लोग अपनी उस पार्टी से विश्वासघात करते हैं जिसने उन्हें चुनाव लड़ने का मौका दिया, उन्हें “काले सांप” कहा जाता है।

सुक्खू ने कहा कि अगर किसी को अपनी गलती का एहसास है तो उसे माफ किया जा सकता है, लेकिन पहले इन विधायकों को उस ‘जेल’ से बाहर आना चाहिए जिसमें वे पिछले 72 घंटों से बंद हैं।

उन्होंने कहा, “जिन्होंने पार्टी को धोखा दिया और राज्य के लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया, उन्हें भगवान भी माफ नहीं करेगा।”

मुख्यमंत्री ने हिमाचल प्रदेश के उन छह कांग्रेस विधायकों के लिए यह टिप्पणी की जिन्होंने मंगलवार को राज्यसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार हर्ष महाजन के पक्ष में मतदान किया था।

सुक्खू ने भाजपा पर “भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने व कल्याणकारी योजनाएं शुरू करने” में उनकी सरकार के प्रदर्शन को लेकर नाराजगी जताने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा, “मैं यहां राज्य के लोगों के लिए, अपने राज्य के विकास के लिए आया हूं, मैं आप सभी के लिए यहां हूं और अपने खिलाफ रची जा रही साजिशों से नहीं डरता।”

उन्होंने कहा, “मैं किसी भी कीमत पर राज्य की संपत्ति को लुटने नहीं दूंगा। मेरी जनता मेरी ताकत हैं और मैं अपनी आखिरी सांस तक उसकी सेवा करने के लिए बाध्य और प्रतिबद्ध हूं।”

सुक्खू ने नेता प्रतिपक्ष और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर सत्ता का भूखा होने का आरोप लगाया। उन्होंने एक बार फिर दावा किया कि चाहे कुछ भी हो जाए उनकी सरकार अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी।

मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी ने कहा कि कुछ लोगों ने धनबल से सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया, जो लोकतंत्र के लोकाचार के खिलाफ है।

उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने हिमाचल प्रदेश को शर्मसार किया गया है।

हिमाचल प्रदेश के मंत्री विक्रमादित्य दिल्ली में खरगे से बातचीत करेंगे, बागियों से मुलाकात की

इस बीच, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने यहां मीडियाकर्मियों से कहा कि विक्रमादित्य सिंह ने बृहस्पतिवार को उन्हें सूचित किया कि कांग्रेस के कुछ बागियों ने उनसे संपर्क किया है और वे वापस आना चाहते हैं।

हिमाचल में संकट बरकरार? 6 अयोग्य विधायकों से मिले विक्रमादित्य सिंह

हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। बीते कल विक्रमादित्य सिंह करीब साढ़े 6 बजे बैठक छोड़कर चले गए थे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक वो चंडीगढ़ गए और 6 बागी विधायकों से मिले।

हिमाचल: शिवकुमार ने कहा- सुक्खू ने ली सिंघवी की हार की जिम्मेदारी, मतभेद दूर हुए

कांग्रेस के केंद्रीय पर्यवेक्षक डी.के. शिवकुमार ने बृहस्पतिवार को कहा कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्यसभा चुनाव में पार्टी के नेता अभिषेक मनु सिंघवी की हार की जिम्मेदारी ली है।

शिवकुमार ने यह भी कहा कि केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने सुक्खू, पार्टी विधायकों और प्रदेश इकाई की प्रमुख प्रतिभा सिंह से बात की है और सभी मतभेद दूर कर लिए गए हैं।

पार्टी पर्यवेक्षक भूपेन्द्र हुड्डा के साथ यहां मीडिया को संबोधित करते हुए शिवकुमार ने कहा कि कांग्रेस विधायकों के साथ एक-एक कर बैठक और सुक्खू व प्रदेश कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा सिंह के साथ बातचीत के बाद मतभेद दूर हो गए हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि सभी आंतरिक मामलों को सुलझाने के लिए एक समन्वय समिति बनाने का निर्णय लिया गया है और कोई भी नेता से प्रेस से बात नहीं करेगा।

हिमाचल में स्थिति कांग्रेस के नियंत्रण में, सरकार अस्थिर करने में भाजपा विफल रही: कांग्रेस

कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सरकार को अस्थिर करने के लिए धनबल, सत्ताबल और बाहुबल का जो खेल शुरू किया था, वह उसमें विफल रही है।

पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि कांग्रेस नेतृत्व के हस्तक्षेप और पर्यवेक्षकों की तत्परता के बाद वहां स्थिति पूरी तरह कांग्रेस के नियंत्रण में है।

हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा की एकमात्र सीट पर हुए मतदान में कांग्रेस के छह विधायकों द्वारा ‘क्रॉस वोटिंग’ किये जाने के बाद भाजपा ने सीट पर जीत हासिल की थी और उसके बाद से राज्य में राजनीतिक संकट पैदा हो गया था। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने बृहस्पतिवार को इन छह विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया। विधायकों ने सदन में वित्त विधेयक पर सरकार के पक्ष में मतदान करने के पार्टी व्हिप का उल्लंघन किया था।

रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘हिमाचल को लेकर मीडिया में तरह-तरह की बातें चल रही हैं। लेकिन हम एक बात बिल्कुल स्पष्ट रूप से कहना चाहते हैं। हिमाचल में प्रधानमंत्री और तथाकथित चाणक्य पूरी तरह से फेल हुए हैं। कांग्रेस नेतृत्व के हस्तक्षेप और हमारे पर्यवेक्षकों की तत्परता के बाद वहां स्थिति पूरी तरह से कांग्रेस के नियंत्रण में है।’’

उन्होंने दावा किया कि दूसरे राज्यों की तरह भाजपा ने हिमाचल में भी जनता द्वारा चुनी हुई कांग्रेस की पूर्ण बहुमत की सरकार को अस्थिर करने के लिए धनबल, सत्ताबल और बाहुबल का खेल शुरू किया था, लेकिन वह विफल रही क्योंकि हिमाचल की जनता का आशीर्वाद कांग्रेस के साथ है।

रमेश ने कहा, ‘‘इस घटना के बाद हमारे संकल्प और मज़बूत हुए हैं। हम हिमाचल के लोगों की सेवा करते रहेंगे।’’

हिमाचल सरकार खो चुकी है बहुमत, कांग्रेस सरकार बचाने की जद्दोजहद में- BJP

भाजपा नेता आरपी सिंह ने कहा कि “हिमाचल सरकार अल्पमत में है। 6 विधायकों ने खुद को पार्टी से अलग कर लिया है, 3 निर्दलीय विधायकों ने सरकार को समर्थन देना बंद कर दिया है, जिससे उनके पास 34 विधायक रह गए हैं और बहुमत का आंकड़ा 35 है। इसलिए सरकार अल्पमत में है।

CM सुक्खू बुलाई नाश्ते की बैठक, कांग्रेस विधायक बोले- ‘सब ठीक है’

कांग्रेस के लिए मंगलवार से मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं, जब उसके छह सदस्यों के मतदान में क्रॉस वोटिंग के कारण वह अपनी एकमात्र राज्यसभा सीट भाजपा के हाथों हार गई।

बहुमत अभी भी कांग्रेस के साथ: हिमाचल विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया

हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि संसदीय कार्य मंत्री ने राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले 6 कांग्रेस विधायकों के खिलाफ याचिका दायर की है। उन्होंने कहा कि बहुमत अभी भी कांग्रेस पार्टी के पास है। राज्य में कांग्रेस सरकार 6 विधायकों के पाला बदलने और भाजपा के संपर्क में… Continue reading बहुमत अभी भी कांग्रेस के साथ: हिमाचल विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया