जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सुलझाया श्रीनगर ग्रेनेड हमले का मामला, दो गिरफ्तार

Srinagar Grenade Attack accused arrest

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया कि उसने श्रीनगर ग्रेनेड हमले के मामले को सुलझा लिया है और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

श्रीनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राकेश बलवाल ने मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि श्रीनगर के खानयार इलाके के दो युवकों ने बिना नंबर प्लेट के दोपहिया वाहन पर 6 मार्च को अमीरा कदल इलाके में ग्रेनेड फेंका था। अमीरा कदल में सुरक्षा बलों पर ग्रेनेड फेंकने वाले दो युवकों की पहचान कुलीपोरा, खानयार के मुहम्मद बारिक और फाजिल नबी सोफी के रूप में हुई।

उन्होंने कहा, “दोनों आरोपियों ने सक्रिय आतंकवादियों के निर्देश पर ग्रेनेड फेंका था। आतंकवादियों की तलाश की जा रही है।” वहीं, एसएसपी ने बताया कि पुलिस ने दोनों द्वारा इस्तेमाल किए गए दोपहिया वाहन को भी जब्त कर लिया है। हमले के तुरंत बाद एसपी सिटी (दक्षिण) लक्ष्य शर्मा के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया था।

बता दें कि 6 मार्च को ग्रेनेड विस्फोट में 38 नागरिक घायल हो गए थे। बाद में दोनों ने दम तोड़ दिया। घायलों में दो पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।

वहीं, एसआईटी का नेतृत्व कर रहे शर्मा ने कहा कि उन्होंने जांच के आधुनिक साधनों का इस्तेमाल किया और पूरे शहर के सीसीटीवी के फुटेज, टावर डंप विश्लेषण आदि के आधार पर तकनीकी सबूत जुटाए। एसआईटी उन आरोपियों की पहचान करने में सक्षम थी, जिन्होंने हिंसा करने के लिए बिना नंबर प्लेट के दोपहिया वाहन का इस्तेमाल किया था और उसी वाहन का इस्तेमाल मौके से भागने के लिए किया था।

दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और यह सामने आया है कि उन्होंने एक सक्रिय आतंकवादी के निर्देश पर ग्रेनेड फेंका। शर्मा ने आगे कहा कि योजना खड़े सुरक्षा वाहन पर हमला करने की थी, लेकिन एक चलते दोपहिया वाहन से ग्रेनेड फेंकने के कारण निशाना चूक गया और ग्रेनेड पास के भीड़-भाड़ वाले इलाके में जाकर फट गया, जहां कई सड़क किनारे लोग खरीदारी में मशगूल थे।